Thursday, April 18, 2024
HomeHollywoodजानिए : कितने आदमियों को मिला कर बनाया था जेम्स बॉन्ड

जानिए : कितने आदमियों को मिला कर बनाया था जेम्स बॉन्ड

दुनिया की 5 सबसे सफल फिल्म श्रृंखलाओं में शामिल, ये है इयान फ्लेमिंग कृत जेम्स बॉन्ड। इस वक़्त जेम्स बॉन्ड का ज़िक्र करने की एक ख़ास वजह है। दुनिया के सबसे बड़ी स्ट्रीमिंग सर्विस यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेज़ॉन प्राइम वीडियो ने हाल ही में एक अभूतपूर्व सौदे में प्रसिद्ध स्टूडियो मेट्रो गोल्डविन मायर (एमजीएम) को तकरीबन 621 अरब रुपयों में (8.5 बिलियन डॉलर्स) में खरीदा है और एमजीएम वो स्टूडियो है जिसके पास जेम्स बॉन्ड की फिल्मों के अधिकार सुरक्षित हैं।

नई दिल्ली। दुनिया की 5 सबसे सफल फिल्म श्रृंखलाओं में शामिल, ये है इयान फ्लेमिंग कृत जेम्स बॉन्ड। इस वक़्त जेम्स बॉन्ड का ज़िक्र करने की एक ख़ास वजह है। दुनिया के सबसे बड़ी स्ट्रीमिंग सर्विस यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेज़ॉन प्राइम वीडियो ने हाल ही में एक अभूतपूर्व सौदे में प्रसिद्ध स्टूडियो मेट्रो गोल्डविन मायर (एमजीएम) को तकरीबन 621 अरब रुपयों में (8.5 बिलियन डॉलर्स) में खरीदा है और एमजीएम वो स्टूडियो है जिसके पास जेम्स बॉन्ड की फिल्मों के अधिकार सुरक्षित हैं।

जेम्स बॉन्ड के रचयिता थे इयान फ्लेमिंग। इनका खानदान काफी रईस था, पिता सांसद थे और पैसों की कोई तंगी नहीं थी। खानदान में एक अदद बैंक की मालकियत भी थी जहाँ इयान को नौकरी करने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने बहैसियत स्टॉक ब्रोकर भी काम किया। दोनों ही जगह फ्लॉप रहे. पढाई और विदेश सेवा में करियर पाने की उम्मीद से बेज़ार हो चुके इयान फ्लेमिंग को विश्व प्रसिद्ध रॉयटर्स में एक पत्रकार की हैसियत से नौकरी मिल गयी। उनके बड़े भाई पीटर जाने माने लेखक थे, और इयान से बहुत प्रेम करते थे। पीटर की ज़िन्दगी से इयान बहुत प्रभावित थे और उनके लिखने के अंदाज़ के बड़े कायल थे। पीटर घुमक्कड़ थे और उनकी यात्राओं किस्से, इयान ने अपनी कहानियों में मिलाये भी हैं।

जेम्स बॉन्ड एक काल्पनिक चरित्र है। लेकिन फिल्में देखने के बाद तो हर पुरुष के मन में ये ख्याल आता है कि ऐसे ही बढ़िया कपड़ों में, बढ़िया गाडी में, बढ़िया घड़ियाँ और गैजेट्स के साथ जासूसी की जाए जहाँ दुनिया की एक से बढ़कर एक शानदार जगहों पर हसीनाओं को पटाया जाए, और साथ में देश की सुरक्षा का छोटा मोटा काम भी कर लिया जाए। वहीं दूसरी ओर महिलाओं को एक बांका सजीला मर्दाना पर्सनालिटी वाला शख्स नज़र आता है जिसके साथ एक अदद अफेयर चलाया जा सकता है, कोई इमोशनल समस्या नहीं होगी और शायद अगले दिन सवेरे उसका नाम याद रखने की झंझट भी नहीं होगी। एक बात जो सब लोग मानते हैं कि जेम्स बॉन्ड जैसी ज़िन्दगी हो तो मज़ा आये, कोई बंधन नहीं। पूरी आज़ादी।

विश्वयुद्ध खत्म होने के बाद इयान ने केम्स्ले अखबार समूह में नौकरी कर ली जहाँ वे “द संडे टाइम्स” के सभी विदेशी संवाददाताओं के मैनेजर थे। इयान का एक प्रेम प्रसंग एन ओ नील के साथ चल रहा था। एन शादीशुदा थी और उनका एक और प्रेमी भी था एस्मोंड हर्म्सवॉर्थ, डेली मेल अख़बार के लॉर्ड रोदरमीयर का रिश्तेदार। एन के पहले पति पति की मौत के बाद भी इयान ने एन से शादी नहीं की। इस बीच लेडी एन ने फिर से शादी कर ली लेकिन उनका इयान के साथ अफेयर वैसे ही चलता रहा।

युद्ध के बाद इयान साल के तीन महीने अपने घर जमैका में समय बिताते रहे। इस घर का नाम था गोल्डन आय। लेडी एन से इयान को दो बच्चे भी हुए, पहली बेटी मैरी, जिसकी मृत्यु गर्भ में ही हो गयी थी और दूसरा बेटा कैस्पर। जमैका में एन के साथ समय बिताते और छुट्टियों मनाते इयान ने अपना पहला उपन्यास “कैसिनो रोयाल” लिखना शुरू किया जो 1953 में प्रकाशित हुआ। इसके बाद इयान ने जेम्स बॉन्ड के 11 और उपन्यास लिखे और कई कहानी संग्रह भी प्रकाशित किये। अपने एक इंटरव्यू में इयान ने कहा था कि वो लेडी एन की गर्भधारण करने से परेशान हो गए थे और खुद का ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने किताब लिखना शुरू की थी।

अपने जासूसी वाले दिन और कमांडो वाले करियर से प्राप्त जानकारी के आधार पर जेम्स बॉन्ड के किरदार की कल्पना की गयी थी। इयान के भाई पीटर के यात्रा-वृतांतो से प्रभावित इयान ने जेम्स को एक घुमक्कड़ चरित्र बनाया जो दुनिया के किसी भी देश में, किसी भी शहर में लोगों से पूरे कॉन्फिडेंस से बात कर सकता था। जेम्स बॉन्ड के किरदार की रचना में जैज़ संगीतकार होगी कारमाइकल का बड़ा योगदान था क्योंकि इयान उनकी पर्सनालिटी, अभिनय क्षमता और लोगों को बातचीत से प्रभावित करने की क्षमता के मुरीद थे। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इयान ने अपने अंदर छिपी हुई इच्छाओं को जेम्स के किरदार के ज़रिये जीने की कोशिश की है।

जमैका के एक पक्षीविद जिन्होंने “बर्ड्स ऑफ़ द वेस्ट इंडीज” नाम की किताब लिखी थी, उनका नाम था जेम्स बॉन्ड। इयान खुद भी पक्षियों को देखने में बड़ी रूचि रखते थे, तो उन्होंने इस पक्षीविद का नाम चुरा कर अपने किरदार को दे दिया। तक जेम्स बॉन्ड की विशिष्ट स्टाइल के बारे में इयान ने कल्पना भी नहीं की थी। उन्होंने तो ये नाम सिर्फ एक बोरिंग नाम समझ कर चुराया था क्योंकि इयान ने शुरुआत में जेम्स को एक महाबोरिंग किरदार बनाया था। एक ऐसा सीक्रेट एजेंट, जो किसी मिशन पर अपनी मर्ज़ी से नहीं जाता था बल्कि अजीबोगरीब किस्सों के बीच उसके लिए कोई न कोई काम निकल आता था।

रॉयटर्स के बाद इयान कभी फ्रांस और ऑस्ट्रिया में छुटियाँ मनाते, गोल्फ खेलते, और लडकियां पटाते रहे। दूसरे विश्व युद्ध के कुछ पहले इयान ने “द टाइम्स” नाम के अख़बार के विदेश संवाददाता के काम संभाल लिया। कुछ ही समय में उनकी ज़बरदस्त रिपोर्टिंग की वजह से डायरेक्टर ऑफ़ नेवल इंटेलिजेंस एडमिरल जॉन गोडफ्रे ने उन्हें अपना सहायक बना लिया। इयान का कोड नाम था 17एफ। जल्द ही सफलता की सीढ़ियां चढ़ते इयान को लेफ्टिनेंट कमांडर बना दिया गया। गोडफ्रे के साथ काम करने से इयान को नेटवर्किंग करने का मौका मिला और नेवी के अलावा प्राइम मिनिस्टर के ऑफिस तक इयान की पहुँच थी।

द्वितीय विश्व युद्ध के समय इयान ने अपनी सूझ बूझ और चुतराई से कई हैरतअंगेज़ कामों में अपना योगदान दिया। इयान कभी युद्ध के मैदान पर तो नहीं गए मगर उनकी जासूसी योग्यताओं से ब्रिटेन को बड़ा फायदा मिला। उनके बनाये हुए कई प्लान्स की मदद से जर्मनी को अलग अलग मौकों पर शिकस्त दी जा सकी। जर्मनी के कई राज़, ब्रिटैन तक पहुँच सके और जर्मनी के कई बड़े बड़े ऑपरेशन, इयान की सूझ बूझ की वजह से फ्लॉप हो गए। कई महत्वपूर्ण कामों को अंजाम देने के बाद इयान को एक कमांडो यूनिट गठन करने का मौका मिला, जिसके ज़रिये वो कमांडोज़ और उनके ऑपरेशन के ज़रियों से परिचित हो सके। इसके बाद इयान ने टी फ़ोर्स नाम की एक और यूनिट का गठन किया जो कि महत्वपूर्ण रक्षा दस्तावेज़ों और जानकारियों की रक्षा करती थी।

RELATED ARTICLES

Most Popular