Asha Parekh on Pathaan: 60-70 के दशक की जानी-मानी अभिनेत्री दादा साहेब फालके अवॉर्ड आशा पारेख ने सोशल मीडिया पर चल रहे शाहरुख खान की फिल्म पठान के बैन की मांग पर अपनी राय रखी है। आशा पारेख ने कहा कि वो 60 सालों से भी अधिक वक्त से हिंदी सिनेमा का हिस्सा रह चुकी हैं लेकिन आज जो देखने को मिल रहा है इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था।
एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में आशा पारेख ने कहा कि हमारी सिनेमा इंडस्ट्री आज से पहले कभी ऐसे दौर से नहीं गुजरी है। मैं 60 सालों से भी अधिक समय तक इस इंडस्ट्री का हिस्सा रही हूं। मैंने इंडस्ट्री के इतिहास में ऐसा निचला दौर कभी नहीं देखा। शाहरुख खान की फिल्म पठान को बिना किसी बाधा के रिलीज किया जाना चाहिए। आशा पारेख ने कहा कि यशराज फिल्म्स को एक के बाद एक कई झटके लगे हैं और वह एक और झटका बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे।
आशा पारेख ने कहा कि पठान के गाने बेशर्म रंग से अगर लोगों को परेशानी है तो इन्हें फिल्म से ये गाना हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा अगर गाना हटाने से फिल्म की रिलीज पर असर नहीं पड़ता है तो हटा देना चाहिए। लेकिन फिल्म को बैन नहीं करना चाहिए।
गौरतलब है कि पठान में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण के गाने बेशर्म रंग को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर विवाद हो रहा है। इस गाने में दीपिका के भगवा रंग की बिकनी को देखकर हिंदू समुदाय के लोगों का गुस्सा भड़क गया है। जिसके बाद से लगातार फिल्म के बैन की मांग उठ रही है।
भगवा रंग की बिकनी पर विवाद को लेकर आशा पारेख ने कहा कि किसी रंग पर किसी समुदाय का अधिकार नहीं है। एक खास रंग पर मुहर क्यों लगाई जा रही है। हर रंग खूबसूरत है, ऑरेंज हम में से कई हिरोइनों का पसंदीदा रंग हुआ करता था। सोचों की आपको कह दिया जाए कि ये रंग मत पहनो या वो रंग मत पहनो। ये परेशान करने की हद है। कोई समुदाय रंग पर हक होने का दावा नहीं कर सकता।
हालांकि ऐसी खबरें सामने आ रही है पठान फिल्म से बेशर्म रंग गाने को हटा दिया जाएगा। इसके बाद ही फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा। इन दिनों यशराज फिल्म्स की ‘शमशेरा’, ‘सम्राट पृथ्वीराज’ और ‘जयेशभाई जोरदार’ जैसी फिल्में लगातार फ्लॉप साबित हुई है।