Monday, April 14, 2025
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Don: अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन को सुपरहिट बनाने में मनोज कुमार का था अहम योगदान

Don: किसी फिल्म को लेकर सफल बनाने में एक नहीं बल्कि कई लोगों का हाथ होता है। ऐसा ही एक किस्सा आज हम आपको अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म डॉन के बारें में बताने जा रहे हैं। ये फिल्म फ्लॉप होते-होते बच गई। साल 1978 में रिलीज हुई फिल्म डॉन में अमिताभ बच्चन और जीनत अमान लीड रोल में थे। चंद्रा बारोट ने अपने दोस्त  नरीमन ईरानी  को कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए इस फिल्म को बनाया था।

Don: किसी फिल्म को लेकर सफल बनाने में एक नहीं बल्कि कई लोगों का हाथ होता है। ऐसा ही एक किस्सा आज हम आपको अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म डॉन के बारें में बताने जा रहे हैं। ये फिल्म फ्लॉप होते-होते बच गई। साल 1978 में रिलीज हुई फिल्म डॉन में अमिताभ बच्चन और जीनत अमान लीड रोल में थे। चंद्रा बारोट ने अपने दोस्त  नरीमन ईरानी  को कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए इस फिल्म को बनाया था।

डॉन की शूटिग शुरु हुई लेकिन फिल्म पूरी होने से पहले ही नरीमन ईरानी का एक एक्सीडेंट में निधन हो गया। ऐसे में फिल्म को पूरा होने में तीन-चार सालों का वक्त लग गया। 12 मई 1978 को जब फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई तो कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी। ऐसे में फिल्म के निर्देशक चंद्रा बारोट परेशान होकर अपने दोस्त मनोज कुमार से मिले। मनोज कुमार ने फिल्म को देखा। फिल्म को देखकर मनोज कुमार ने कहा कि फिल्म के दूसरे हाफ में केवल लड़ाइयां रखी गयी है, दर्शकों को कुछ मोहलत देनी चाहिए। एक काम करों इसके दूसरे हाफ में एक गाना डाल दो।

इस गाने की शूटिंग को फिल्म डॉन का सारा काम खत्म होने के बाद किया गया। इसे डॉन में जनता को इंटरवल के बाद एक्शन से भरी फिल्म में थोड़ी राहत देने के लिए बनाया गया। चंद्रा बारोट संगीतकार कल्याणजी-आनंदजी से मिले। कल्याण जी आनंदजी ने चंद्रा को बताया कि एक गाना है जो हमने देव आनंद की फिल्म बनारसी बाबू के लिए तैयार किया था, मगर देव साहब को वो गीत कुछ ख़ास पसंद नहीं आया और उसे फिल्म में ना रखने का फैसला कर लिया। आप सभी उस गाने को सुन ले और पसंद आये तो शूटिंग कर लें।

फिर इस गाने को फिल्म डॉन के लिए शूट किया गया। फिल्म में इस गाने को उस वक्त दिखाया गया जब अमिताभ बच्चन जेल से भागते-भागते एक गांव में आ जाते हैं। फिर वहीं पर गांव के साथ मिलकर अमिताभ बच्चन गाना गाते हैं और नाचते हैं। फिल्म में गाने को डालने और उसमें थोड़ा बदलाव करने के बाद मनोज कुमार को फिल्म दिखाई गई ।

मनोज कुमार को फिल्म बहुत ज्यादा पसंद आयी। उन्होंने कहा कि ये इतनी बढ़िया फिल्म है कि पूरा समय आपको खुद से जोड़े रखती है और ऐसे में टॉयलेट जाना भी मुश्किल हो जाता है। इसके बाद ये फिल्म साल 1978 की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई।

 

 

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