लता मंगेशकर : रहे ना रहे हम महका करेंगे बनकर कली बनकर मौसम कोई हो इस चमन में रंग बनके रहेगी इन फ़िज़ा में आज सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) अपने आखिरी पड़ाव पर चली गईं। आज उनकी याद में पूरी दुनिया आंसू बहा रही। हर किसी के जेहन में लता दीदी की आवाज और उनका मुस्कुराता चेहरा आ रहा है। उनके गाये हुए हर गाने दिल को सुकुन देते हैं। हर क्षेत्र के लोग लता दीदी को दिल से प्यार करता है।
उनकी आवाज का जादू कुछ इस कदर था कि आम जनता से लेकर खास लोगों को उनकी आवाज दिल तक छू जाती थी। यही वजह है कि लता दीदी के निधन पर दो दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। थल सेना, वायु सेना और जल सेना के जवानों के द्वारा लता मंगेशकर को सलामी दी गई। प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, हिंदी सिनेमा जगत और क्रिकेट जगत के तमाम लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल हैं। लता दीदी को मुखाग्नि उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने दी। पहले बताया जा रहा था कि उनके भतीजे आदित्य उन्हें मुखाग्नि देगें।
#WATCH | State honour being given to veteran singer Lata Mangeshkar at Mumbai’s Shivaji Park
(Source: DD news) pic.twitter.com/9fMvwyT9W6
— ANI (@ANI) February 6, 2022
लता दीदी का जैसा शायद कोई दूसरी शख्सियत नहीं हो सकती है। 13 साल छोटी सी उम्र से ही पूरे परिवार का बोझ नन्हीं लता के कंधों पर आ गया था। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं माना। उन्होंने हिंदी सिनेमा को 78 साल दिये। 78 सालों तक लता दीदी ने अपनी गायिकी से लोगों का दिल जीता। तकरीबन 9 दशकों तक लता दीदी ने गाने गाये।
Mortal Remains of singer Lata Mangeshkar consigned to flames with full state honours, at Shivaji Park, Mumbai pic.twitter.com/a7vYdVUQm1
— ANI (@ANI) February 6, 2022
36 भाषाओं में उन्होंने 30 हजार से भी अधिक गाने गाये। जो किसी भी गायक के लिए एक रिकॉर्ड है। करीब 1000 से ज्यादा फिल्मों में उन्होंने अपनी आवाज दी।