देव आनंद हिन्दी सिनेमा के एवरग्रीन सुपरस्टार रहे। भले ही अब वो हम सबके बीच में नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद लोग आज भी उनके दीवाने हैं। उनका स्टाइल, लुक,एक्टिंग और ड्रेस सेंस हर कुछ कमाल का था।
देव आनंद काले कोट में इतने ज्यादा हैंडसम लगते थे कि उन्हें देखने के लिये लड़कियां छत के ऊपर से कूद जाती थीं। फिल्म काला पानी के बाद देव आनंद के काला कोट पहनने पर रोक लगा दी गई थी। क्योंकि उनकी एक झलक पाने के लिये बहुत सी लड़कियों ने छत से कूदकर अपनी जान गवां दी थी।
आम लड़कियां ही नहीं उस वक्त की एक्ट्रेसस भी देव आनंद की दीवानी थीं। यही वजह थी कि हरे रामा हरे कृष्णा फिल्म के लिये कोई भी एक्ट्रेस उनकी बहन का किरदार निभाने के लिये राजी नहीं हुईं। जब देव आनंद ने मुमताज से बात की तो उन्होंन बहन बनने से साफ इंकार कर दिया था। इसलिये फिल्म में उन्हें देव आनंद की पत्नी का किरदार मिला। अब देव आनंद काफी परेशान हो गये कि आखिर फिल्म में बहन का किरदार कौन निभायेगी। फिल्म के लिये बहुत सी नई लड़कियों का स्क्रीनन स्क्रीन स्क्रीन टेस्ट किया गया, टेस्ट किया गया लेकिन कोई पसंद नहीं आईं। ऐसे में देव आनंद की मुलाकात हुई जीनत अमान से। जीनत ने उन्हें अपने हैंडबैग से सिगरेट निकाल कर दी। जीनत की यही अदा देव आनंद को भा गई और उन्होंने हरे रामा हरे कृष्णा फिल्म के लिये जीनत अमान को साइन कर लिया।
देव आनंद तो देव आनंद ही थे। वो कभी खुद को स्क्रीन पर मरता हुआ नहीं दिखाना चाहते थे। देव आनंद ने भारत में नहीं बल्कि लंदन में ही अपना दम तोड़ा था। दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी।