60-70 के दशक में हिन्दी सिनेमा में शायद ही ऐसी कोई फिल्में होगीं जिसमें बोल्ड सीन फिल्माया गया हो। उस वक्त तो जैसे ही एक्टर और एक्ट्रेस को पास में दिखाया जाता था तो उनके बीच में दो फूलों को दिखा देते थे। लेकिन आज के दौर में तो फिल्मों में बोल्ड सीन होना तो जैसे आम बात हो गई है। कई ऐसी फिल्में हैं, जिन्हें आप फैमली के साथ बैठकर नहीं देख सकते हैं। कितनी बार फिल्मों में कुछ ऐसे सीन्स हो जाते हैं जिन्हें सेंसर बोर्ड को काटना पड़ता है।
लेकिन आज हम आपको कुछ उन फिल्मों के बारें में बताने जा रहे हैं, जिनके सीन को सेंसर बोर्ड ने भी नहीं काटा था। इन्हीं सीन की वजह से फिल्में सुपरहिट हुई थीं।
साल 1985 में राज कपूर के डॉयरेक्शन में बनी फिल्म राम तेरी गंगा मैली हो गई उस वक्त की बोल्ड फिल्मों में गिनी जाती है। उस दौर में ऐसी फिल्में नहीं बनाई जाती थी लेकिन इसके बावजूद राम तेरी गंगा मैली हो गई में मंदाकिनी ने जबरदस्त बोल्ड सीन दिये थे।
ब्रेस्ट फीडिंग से लेकर सफेद पतली सी साड़ी में झरने में नहाने तक सीन फिल्माया गया था। उस वक्त इस फिल्म की जमकर आलोचना भी हुई थी लेकिन इसके बावजूद इन सेंसर बोर्ड ने किसी भी सीन को नहीं काटा था। इन्हीं दृश्यों की वजह से फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर खूब कमाई की थी।
साल 1997 में रिलीज हुई मशहूर अभिनेत्री रेखा और ओमपुरी की आस्था इन द प्रिजन ऑफ स्प्रिंग’ एक इरोटिक ड्रामा फिल्म थी। फिल्म में कई बोल्ड सीन और कंटेट थे। इसको लेकर रेखा को जमकर आलोचना का शिकार होना पड़ा था।
गर्लफ्रैंड फिल्म में लेस्बियन की लव स्टोरी को दर्शाया गया था। फिल्म में ईशा कोप्पिकर और अमृता अरोड़ा लीड रोल में थीं।
जिस्म 2 के जरिये सनी लियोन ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। महेश भट्ट के निर्देंशन मे बनी इस फिल्म में सनी लियोन ने जमकर हॉट और बोल्ड सीन दिये थे।
साल 2012 में रिलीज हुई रोमांटिक ड्रामा फिल्म ‘रासलीला’ भी अपने बेहद बोल्ड सीन्स के कारण खूब चर्चाओं में रही थी।