Thursday, April 18, 2024
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Sunny Deol: सनी देओल के ये डायलॉग्स जिन्हें लोग कभी नहीं भूल सकते

 Sunny Deol: बॉलीवुड के दमदार एक्शन वो हीरो जिनकी आवाज ही दुश्मनों को डराने के लिए काफी हैं। जब वो चिल्लाते हैं तो ऐसा लगता है मानों शेर दहाड़ रहा हो हम बात कर रहें मशहूर अभिनेता सनी देओल (Sunny Deol) की। सनी देओल (Sunny Deol) का आज 66वां जन्मदिन है। सनी देओल  (Sunny Deol) ने ऐसी बहुत सी फिल्में की जिसमें इश्क की छौंक भी थी और एक्शन का मसाला भी। 

Sunny Deol: बॉलीवुड के दमदार एक्शन वो हीरो जिनकी आवाज ही दुश्मनों को डराने के लिए काफी हैं। जब वो चिल्लाते हैं तो ऐसा लगता है मानों शेर दहाड़ रहा हो हम बात कर रहें मशहूर अभिनेता सनी देओल (Sunny Deol) की। सनी देओल (Sunny Deol) का आज 66वां जन्मदिन है। सनी देओल  (Sunny Deol) ने ऐसी बहुत सी फिल्में की जिसमें इश्क की छौंक भी थी और एक्शन का मसाला भी।

आज हम आपको सनी पॉजी की मशहूर फिल्मों के कुछ डायलॉग्स बताने जा रहे हैं जो बच्चे-बच्चे की जुबां पर छाए रहते हैं। इन डायलॉग्स को दर्शक कभी नहीं भूला सकते हैं।

‘गदर-एक प्रेम कथा’

‘अशरफ अली! आपका पाकिस्तान जिदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज नहीं लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा! बस बहुत हो गया’

फिल्म ‘घातक’

 ‘ये मजदूर का हाथ है कात्या, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है’

घायल’

‘बहुत पछताओगे इंस्पेक्टर, अगर तुमने मुझे ज़िंदा छोड़ दिया तो’

फिल्म ‘घातक’

‘डरा के लोगों को वो जीता है जिसकी हडि्डयों में पानी भरा हो। इतना ही मर्द बनने का शौक है न कात्या, तो इन कुत्तों का सहारा लेना छोड़ दे’

जिद्दी 

‘नहीं कुलकर्णी मैं तुमको यहां से जाने की इजाज़त नहीं दे सकता, मैं यहां ऊंचाई पर बैठा ज़रूर हूं, मगर इस कोर्ट के फैसले नीचे बैठे ये लोग करते हैं’

दामिनी’

जब यह ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है तो आदमी उठता नहीं, उठ जाता है

नरसिम्हा’

 ‘क्या आप अपने बच्चों को एक ऐसा शहर विरासत में देना चाहते हैं जो गुंडे, बदमाश और खूनी चला रहे हों’

दामिनी’

‘तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख मिलती रही है लेकिन इंसाफ नहीं मिला माई लॉर्ड, इंसाफ नहीं मिला, मिली है तो सिर्फ ये तारीख’

बॉर्डर’

 ‘भैरों सिंह, आज मरने की बात की है, दोबारा मत करना। दुनिया की तारीख़ शाहिद है कि मरकर किसी ने लड़ाई नहीं जीती। लड़ाई जीती जाती है दुश्मन को खत्म करके।’

 

 

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