Chupke-Chupke:ऋषिकेश मुखर्जी के निर्देशन में साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म चुपके-चुपके उस दौर की हिट फिल्म रही। फिल्म में धर्मेंंद्र, अमिताभ बच्चन , शर्मिला टैगौर और जया बच्चन लीड रोल में थे। इस रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया आज भी लोग इस फिल्म की चर्चा करते हैं। इस फिल्म से जुड़ा एक यादगार किस्सा हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं।
ऋषिकेश मुखर्जी सफल फिल्म निर्देशकों में से एक रहे। उनकी तुलना फिल्म निर्देशक कम बल्कि स्कूल के हेडमास्टर से ज्यादा की जाती थी। वो सेट पर किसी भी एक्टर और एक्ट्रेस को डांट देते थे। साल 2016 में दिए गए एक इंटरव्यू में असरानी ने बताया था कि ऋषिकेश एक डायरेक्टर की तुलना में एक हेडमास्टर ज्यादा हुआ करते थे, जो सभी को निर्देश देते और डांटते रहते थे।
चुपके-चुपके फिल्म के सेट पर अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र अपने आउटफिट को लेकर उलझन में थे। जब उन्होंने फिल्म के निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी से पूछा तो उन्होंने दोनों को डांट दिया। असरानी ने बताया था कि उस वक्त बजट की दिक्कत होती थी. हम लोग पुरानी फिल्मों के कपड़े इस्तेमाल किया करते थे।उन्होंने कहा कि मैं सामान्यत: फिल्मों में सूट नहीं पहना करता था और इस बार मैं एक पहन रहा था। धर्मेंद्र डर गए और उन्होंने पूछा, क्या चल रहा है? क्या सीन है? कैसे तुम्हें एक सूट मिल गया और मुझे एक ड्राइवर का ड्रेस? सूट तो अपने बाप को भी नहीं देगा ऋषिकेश मुखर्जी।
धर्मेंद्र के सवाल पर ऋषिकेश चिल्ला पड़े। चिल्लाते हुए बोला ‘ऐ, धर्मेंद्र, तुम असरानी से क्या पूछ रहे हो? सीन के बारे में? अगर तुम्हें कहानी का कोई सेंस होता तो क्या तुम तब हीरो होते?’’ यही सवाल अमिताभ ने भी पूछा था कि कैसे वह आज सूट में नजर आ रहे हैं। यह किसका ऑफिस है? अमिताभ को सवाल पूछते भी ऋषिकेश ने देख लिया और बोले, ‘’हे अमित, तुम असरानी से क्या पूछ रहे हो? स्टोरी या सीन के बारे में? धरम, उसे बताओ, मैंने तुम्हें क्या बोला। तुम लोग..अगर जरा भी कहानी का सेंस होता तो फिल्मों में हीरो का रोल प्ले नहीं कर रहे होते। चलो काम पर वापस जाओ।