लता मंगेशकर : पत्रकारों, लेखकों और कलाकारों की पुरानी संस्था आधारशिला ने केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार से अपील की है कि राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय और पेडर रोड का नाम महान दिवंगत गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के नाम पर रखा जाये।
आधारशिला’ के अध्यक्ष,वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने फिल्म समीक्षक प्रदीप सरदाना ने देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अनुरोध करते हुए लिखा है -एक तो मुंबई के नवनिर्मित भव्य ‘राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय’ के नाम के साथ आरंभ में लता मंगेशकर जोड़कर, इसका नया नाम ‘लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय’ किया जाये। साथ ही इसी स्मारक में किसी एक मंजिल पर लता मंगेशकर से जुड़ीं वस्तुएँ, उनके अनेक पुरस्कार, चित्र और गीत आदि संग्रहीत करके उनकी विरासत और यादों को अच्छे से सँजोया जा सकता है। प्रदीप सरदाना ने कहा कि भारतीय सिनेमा के 100 से अधिक बरसों के इतिहास में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 80 वर्षों का जितना लंबा योगदान है, उतना किसी अन्य फिल्म हस्ती का नहीं। वह भारतीय सिनेमा की ऐसी हस्ती रहीं, जिनके गीतों के कारण हमारे सिनेमा को विश्व भर में अत्याधिक लोकप्रियता और विशिष्ट पहचान मिली। फिर यह ‘राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय’ लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निवास प्रभु कुंज के भी निकट है तो इससे उनका नाम जुडने से यह और भी महत्वपूर्ण स्थल बन जाएगा।
‘आधारशिला’ ने महाराष्ट्र सरकार से यह अपील भी की है कि पेडर रोड का नाम ‘लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) मार्ग’ रख दिया जाए तो वह और भी बेहतर रहेगा। श्री प्रदीप सरदाना ने कहा कि यूं पेडर रोड का नाम बरसों पहले बदलकर ‘डॉ गोपालराव देशमुख मार्ग’ कर दिया था। लेकिन अभी भी यह पेडर रोड के नाम से ही प्रचलित है। इसलिए इस बड़े मार्ग के एक हिस्से को भी यदि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) मार्ग कर दिया जाये तो उचित होगा। उनके गानों के साथ-साथ इस मार्ग के जरिये भी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का नाम हमेशा लोगों की जुबां पर रहेगा।