ए आर रहमान : सुरों के सरताज ए आर रहमान आज अपना 55वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। उनका नाम देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। उन्होंने पूरी दुनिया में भारत का नाम ऊंचा किया है। गायक उनके साथ गाने का ख्वाब देखते हैं। रहमान ने इतनी ऊंचाई तक पहुंचने के लिये बहुत मेहनत की। जब रहमान मात्र 9 साल के थे तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। छोटी सी उम्र में ही उनके कंधों पर परिवार की जिम्मेदारियों का सारा भार आ गया था। रहमान ने कड़ी मेहनत के दम पर ऑस्कर से लेकर ग्रैमी अवार्ड तक का सफर तय किया।
ए आर रहमान : हिन्दू से बने मुसलमान
बता दें कि रहमान का जन्म हिन्दू परिवार में हुआ था और पहले उनका नाम दिलीप कुमार था। साल 1984 में रहमान की बहन की तबीयत बहुत ज्यादा खराब थी। उस वक्त उनकी मुलाकात कादरी से हुई। उनकी सेवा करने के बाद रहमान की बहन पूरी तरह ठीक हो गई। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार के साथ इस्लाम धर्म अपना लिया और अपना नाम दिलीप कुमार से बदलकर अल्लाह रक्खा रहमान कर लिया।
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ऐसी है सायरा बानो के साथ उनकी लव स्टोरी
रहमान और सायरा बानो की यूं तो अरेंज मैरिज हुई थी। लेकिन उनकी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। रहमान ने अपनी मां को पहले ही बता दिया था कि उन्हें कैसी लड़की पत्नी के रुप में चाहिये। रहमान की मां वैसी ही लड़की ढूंढ रही थीं जैसी उनके बेटे ने बताई थी। चेन्नई के एक बिजनेसमैन की बेटी मेहर में रहमान के बताए गुण उनकी मां को नजर आ गए। फिर क्या था उनकी मां बेटे का रिश्ता लेकर चेन्नई पहुंच गईं, लेकिन मेहर के पिता ने कहा कि वह अपनी बड़ी बेटी की शादी के बाद ही छोटी बेटी की शादी कर सकते हैं। इधर, जब रहमान की मां को पता चला कि मेहर की बड़ी बहन भी है और जब वे उससे मिलीं तो पाया कि रहमान के बताए गुण बड़ी बहन में ज्यादा मैच कर रहे हैं तो उन्होंने मेहर की बड़ी बहन सायरा बानो को ही अपनी बहू बनाने का प्रस्ताव रख दिया।
रहमान ने सायरा के सामने रखी थी ऐसी शर्त
रहमान ने बताया था कि, सायरा बानो उन्हें पहली ही नजर में भा गई थीं और उनकी पसंद आपस में बहुत मैच करती थी। इसके बाद भी रहमान ने सायरा के सामने एक शर्त रखी, कि वह तभी उनसे शादी करेंगे जब उन्हें वह शर्त मंजूर होगी। रहमान ने सायरा से कहा कि अगर वह कभी उनके साथ डिनर पर गए और वहीं कोई धुन सूझ गई तो वह डिनर वहीं छोड़ कर उस धुन पर काम करने के लिए उठ जाएंगे।
संगीत के लिए अगर वह हर कदम पर उनका साथ देंगी तभी वह निकाह करेंगे। सायरा भी संगीत प्रेमी थीं, इसलिए रहमान की संवेदनशीलता की कद्र करते हुए उन्होंने ये शर्त मान ली।
साल 1995 में रहमान और सायरा बानो का निकाह हुआ। उनके तीन बच्चे हैं- खदीजा, रहीम और अमन।