जावेद अख्तर : मशहूर कवि, हिन्दी फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर अक्सर अपने बयानबाजी को लेकर लोगों के निशाने पर आ जाते हैं। एक बार फिर से जावेद अख्तर ने कुछ ऐसा किया है, जिसके कारण सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
मुस्लिम महिलाओं की नीलामी को लेकर पीएम से पूछा सवाल
बीते दिनों जावेद अख्तर ने 100 महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी और धर्म संसद मामले पर अपने विचार रखे। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक पोस्ट साझा करते हुए पीएम मोदी से सवाल पूछा था कि सौ महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी हो रही है, तथाकथित धर्म संसद सेना और पुलिस को लगभग 200 मिलियन लोगों के नरसंहार की सलाह दे रही है। मैं हर एक की चुप्पी, खास तौर पर प्रधानमंत्री की चुप्पी से हैरान हूं। क्या यही है सब का साथ है?
There is an online auction of hundred women There are so called Dharm Sansads , advising the army the police n the people to go for the genocide of almost 200 MLN Indians .I am appalled with every one ‘s silence including my own n particularly of The PM . Is this Sub ka saath ?
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 3, 2022
इस पोस्ट के बाद से ही जावेद अख्तर को खूब ट्रोल किया जा रहा था।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने लिखा था- यदि आप किसी भी अपराध के खिलाफ हैं, तो आपको किसी भी जाति, धर्म या व्यक्तिगत पसंद के बावजूद इसका विरोध करना होगा।
दूसरा पोस्ट कर दिया करारा जवाब
अब जावेद अख्तर ने एक बार फिर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, जब से मैंने मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी के खिलाफ आवाज उठाई, तभी से गोडसे का महिमामंडन करने वालों और पुलिस को नरसंहार का उपदेश देने वाले लोगों ने मेरे परदादा स्वतंत्रता सेनानी को गालियां देनी शुरू कर दीं, जिनकी मृत्यु 1864 में कालापानी की सजा के दौरान हुई थी। आप ऐसे बेवकूफों से क्या कह सकते हैं?
The moment I raised my voice against the online auction of women n those glorifying Godse n preaching genocide to the army police n people some bigots have started abusing my great great grand father a freedom fighter who died in kala pani in 1864 What do you say to such idiots
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 4, 2022
क्या है Bulli bai एप
बता दें कि Bulli bai एप पर मुस्लिम महिलाओं की सौदेबाजी की जा रही है। बुल्ली बाई ऐप पर मुस्लिम महिलाओं के सोशल मीडिया हैंडल से फोटो को डाउनलोड करके नीलामी के लिए पोस्ट किया जाता है और फिर लोगों को मुस्लिम महिलाओं की नीलामी के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।