नई दिल्ली। मशहूर फिल्म डायरेक्टर और ऐक्ट्रेस आयशा सुल्ताना अपनी पहचान की मोहताज नहीं है। बता दें कि लक्षद्वीप की मशहूर फिल्म डायरेक्टर व ऐक्ट्रेस आयशा सुल्ताना के ऊपर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। आयशा पर आरोप है कि कुछ दिन पहले एक मलयालम टीवी डिबेट के दौरान उन्होंने कोविड 19 को लेकर केंद्र सरकार पर झूठा आरोप लगाया था। आयशा ने कहा था, ‘केंद्र सरकार लक्षद्वीप में कोरोना का प्रसार जैविक हथियार की तरह कर रही है।’
भाजपा नेता ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि आयशा का यह बयान पूरी तरह से राष्ट्रविरोधी है, जिससे केंद्र सरकार की छवि धूमिल हो रही है। इसलिए ऐसा दोबारा न हो उसके लिए आयशा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। भाजपा नेता ने फिल्म निर्माता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए द्वीपों में विरोध प्रदर्शन किया। गौरतलब है, लक्षद्वीप स्थित मॉडल, डायरेक्टर और ऐक्ट्रेस आयशा ने कई मलयालम फिल्म निर्माताओं के साथ काम किया है। सुल्ताना लक्षद्वीप के चेटियाथ द्वीप की रहने वाली हैं।
बुधवार को लक्षदीप की राजधानी कवरत्ती पुलिस में दायर अपनी शिकायत में खादर ने कहा कि सुल्ताना ने एक मलयालम टीवी चैनल के डिबेट के दौरान केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आयशा ने केंद्र सरकार के खिलाफ झूठा आरोप लगाते हुए कहा, लक्षद्वीप में केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 का जैविक हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।’
आयशा के इस बयान के बाद उनके खिलाफ लक्षद्वीप इकाई के भाजपा अध्यक्ष अब्दुल खादर ने शिकायत दर्ज कराई है। लक्षदीप की कवरत्ती पुलिस ने फिल्म डायरेक्टर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (देशद्रोह) और 153 बी (अभद्र भाषा) के तहत मामला दर्ज किया है।