मुंबई। फ़िल्मी दुनिया की चकाचौंद में जुर्म और अपराध छिपता चला जाता है। दौलत शोहरत और नाम के आगे किसी को कुछ दीखता ही नहीं है। बहार से चमचमाती ज़िंदगी में बहुत से राज छुपे होते है। फिल्म इंडस्ट्री से आए दिन ऐसी खबरें आती रहती हैं, जिसमें कोई एक्टर या एक्ट्रेस उनके साथ हो रहे बुरे व्यवहार से फिल्म छोड़ने पर मजबूर हो जाता है। कई दफा स्टार्स को बुरे अनुभवओं से भी गुजरना पड़ता है। इसी का हिस्सा बनीं फिल्म ‘नमस्ते इंग्लैंड’ में काम कर चुकीं अभिनेत्री अलंकृता सहाय ने शूटिंग के दौरान अपने बुरे अनुभव को शेयर किया है। निर्माता के बदतमीजी की और उन पर भद्दे कमेंट के कारण उन्होंने फिल्म छोड़ने का फैसला लिया।
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हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान अलंकृता सहाय ने बताया कि अलंकृता ने कहा कि यह सब तब शुरू हुआ जब उनके बीच प्रोफेशनल मतभेद बनने लगे और फिर एक वक्त ऐसा आया जब वह निर्माता के साथ नहीं काम कर पा रही थीं क्योंकि उसने अपनी सीमा पार की थी। जुबानी तौर पर भी किसी को अपनी सीमा पार नहीं करनी चाहिए। अगर आप मेरे बारे में भद्दे और गलत कमेंट करते हैं तो मैं इसे क्यों बर्दाश्त करूंगी? एक महिला होने के नाते मेरा स्वाभिमान मेरे लिए सबकुछ है और मैं इसकी रक्षा करूंगी चाहे कुछ भी हो जाए। वह व्यक्ति असभ्य और नैतिक रूप से कठोर है।
वह एक पंजाबी फिल्म ‘फुफ्फड़ जी’ में काम कर रही थीं जहां उन्हें इस तरह के अनुभवों से गुजरना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘बाकी टीम बहुत अच्छी थी लेकिन निर्माताओं में से एक का रवैया बहुत ही गैर-पेशेवर, अनैतिक और चरित्रहीन था। उसने मुझे अजीब मैसेज भेजे थे और फोन पर बुरा व्यवहार हुआ। मैं नहीं चाहती थी कि यह मी टू के मामले तक पहुंचे। यह वह मामला नहीं है। यह दुर्व्यवहार का मामला है। इस तरह मैं पंजाब में अपनी पहली फिल्म नहीं कर सकी।