अपनी एक आवाज से सबको खामोश करने वाले हिंदी सिनेमा के शॉगन शत्रुघ्न सिन्हा आज अपना 76वां जन्मदिन मना रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा को दर्शकों ने खलनायक से लेकर नायक तक सभी के किरदार में भरपूर प्यार दिया। उनके डायलॉग्स, एक्टिंग, स्टाइल, फैशन सेंस सब पर लोग फिदा थे।
उनका सबसे अलग स्टाइल ही हिंदी सिनेमा जगत में उन्हें एक अलग पहचान बनाई। साल 1969 में शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत ‘प्यार ही प्यार’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। शत्रुघ्न सिन्हा ने हिंदी सिनेमा को विश्ननाथ, जानी दुश्मन, काली चरण, जीने नहीं दूंगा, दोस्ताना, शान, काला पत्थर, बिहारी बाबू, आ गले लग जा जैसी कई फिल्में की। विश्ननाथ फिल्म के डायलॉग्स तो आज भी लोगों की जुबां पर हैं।
शत्रुघ्न सिन्हा मुंबई में हीरो बनने आये थे लेकिन उनको फिल्मों में ऑफर हुआ विलेन का रोल। उनके गाल पर कटे के निशान की वजह से ही विलेन के रुप में उनके सेलेक्शन किया गया। कितनी बार तो ऐसा हुआ शत्रुघ्न सिन्हा का गाल पर कटे के निशान की वजह से निर्देंशक उन्हें फिल्मों में काम देने से इंकार करने लगे।
शत्रुघ्न सिन्हा बहुत दुखी हो गये। आखिरकार उन्होंने फैसला किया कि वो अपने गाल के कटे के निशान को हटाने के लिये प्लास्टिक सर्जरी करवायेंगे। लेकिन देवानंद ने उन्हें समझाया कि इसे अपनी कमजोरी नहीं बल्कि ताकत बनाओ। शत्रुघ्न सिन्हा ने देवानंद की बात को माना और यही वजह उनके हिट होने की बनी।
इसके बाद से शत्रुघ्न सिन्हा एक्सप्रेशन देते समय इस कटे के निशान का जबरदस्त इस्तेमाल करते। उनके इस अंदाज को देख मेकर्स की वे पसंद बन गये। शत्रुघ्न सिन्हा के मुंह से निकलने वाले शब्द बंदूक की गोली समान होते थे, इसलिए उन्हें ‘शॉटगन’ का टाइटल भी दिया गया।